दिल्ली हिंसा ने पूरे देश को झकझोर दिया है। और यह शायद जिन्हें नहीं झकझोर पायी है उनको सुप्रीम कोर्ट की एक टिप्पणी ज़रूर झकझोर देगी! अदालत ने कहा है कि अमेरिका में नेताओं को भड़काऊ बयान देने के कारण गिरफ़्तार कर लिया जाता है। कोर्ट की इस टिप्पणी का इशारा साफ़ था कि भड़काऊ बयान या भाषण देने पर गिरफ़्तारी की जानी चाहिए। ऐसे में जब गिरफ़्तारी होगी तो इसकी गिरफ़्त में कौन-कौन आएगा, यह कहने की ज़रूरत नहीं है। क्या भड़काऊ देने वालों में कपिल मिश्रा के साथ ही गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर व गिरिराज सिंह, प्रवेश वर्मा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दिलीप घोष, एआईएमआईएम के प्रवक्ता वारिस पठान जैसे नेताओं के नाम नहीं होंगे? यह उन्हें भी पता है जो शांति की बात करते हैं और उन्हें भी जो वोट की राजनीति करने के लिए कुछ भी बोल जाते हैं। चाहे उसका परिणाम दिल्ली की हिंसा की तरह क्यों न हो जाए।
भड़काऊ भाषण पर गिरफ़्तारी होगी तो कौन-कौन नेता जाएँगे जेल?
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- 27 Feb, 2020

दिल्ली हिंसा ने पूरे देश को झकझोर दिया है। और यह शायद जिन्हें नहीं झकझोर पायी है उनको सुप्रीम कोर्ट की एक टिप्पणी ज़रूर झकझोर देगी! अदालत ने कहा है कि अमेरिका में नेताओं को भड़काऊ बयान देने के कारण गिरफ़्तार कर लिया जाता है।