एक समय देश की राजनीति को हिलाकर रख देने वाला सुनंदा पुष्कर मौत मामला फिर से सुर्खियों में है। ऐसा इसलिए क्योंकि दिल्ली पुलिस की अपील पर हाई कोर्ट ने अब कांग्रेस सांसद शशि थरूर को पुष्कर की मौत मामले में नोटिस जारी किया है। जबकि इस मामले में निचली अदालत ने उन्हें क़रीब 15 महीने पहले सभी आरोपों से बरी कर दिया था। तो सवाल है कि अब इस मामले को फिर से इतनी देरी से क्यों उठाया जा रहा है?
सुनंदा पुष्कर केस फिर सुर्खियों में क्यों? जानें आख़िर हुआ क्या था
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- 2 Dec, 2022
सुनंदा पुष्कर की जनवरी 2014 में दिल्ली के होटल लीला पैलेस में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शशि थरूर पर आरोप लगा, लेकिन अगस्त 2021 में वह बरी हो गए। तो अब फिर से नोटिस क्यों?

एक रिपोर्ट के अनुसार शशि थरूर ने यह कहते हुए इस सुनवाई का विरोध किया है कि निचली अदालत के फ़ैसले को चुनौती देने में देरी हुई है। दिल्ली पुलिस ने अदालत के फ़ैसले के 90 दिन की समय सीमा ख़त्म होने के बाद ऊपरी अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
शशि थरूर ने इस मामले में मीडिया ट्रायल का आरोप लगाया है। वह पहले से ही ऐसा आरोप लगाते रहे हैं। दरअसल, इन सब वजहों से इस मामले ने काफ़ी तूल पकड़ा था। वैसे सुनंदा की मौत से पहले ही शशि थरूर सुर्खियों में रहते रहे हैं। 2012 में ही जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने थरूर पर '50 करोड़ की गर्लफ्रेंड' वाली टिप्पणी की थी।