क्या दिल्ली पुलिस ने जामिया मिल्लिया इसलामिया की लाइब्रेरी के सीसीटीवी फ़ुटेज से छेड़छाड़ की है? क्या उसका मक़सद छात्रों को बदनाम करना और अपनी ज़्यादती और ज़ुल्म को उचित ठहराना है?