गुजरात के मेहसाणा ज़िले के लहोड़ गाँव के दलितों ने मरा हुआ जानवर उठाने से इनकार कर दिया तो लोगों को अचरज हुआ। सदियों से यही होता आया है कि गाय ही नहीं, उसके पेशाब तक को पवित्र मानने वाला सवर्ण समुदाय उसके मरने के बाद उसे छूता तक नहीं है, दलित उस मरी गाय को उठा कर ले जाते हैं, उसकी खाल उघेड़ कर, हड्डियाँ निकाल कर रख लेते हैं और अवशेष दफ़ना देते हैं।
दलित नहीं उठाएँगे मरा जानवर, माँगते हैं बराबरी का हक़
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- 29 Mar, 2025
गुजरात के मेहसाणा ज़िले में दलितों ने मरा जानवर उठाना बंद कर दिया है। उन्हें चाहिए बराबरी का हक़ और सम्मान।
