पापा....अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 8, 2020
Miss you Papa... pic.twitter.com/Qc9wF6Jl6Z
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'पिछले कई दिनों से पापा का अस्पताल में इलाज चल रहा है। कल शाम अचानक उत्पन्न हुई परिस्थितियों की वजह से देर रात उनके दिल का ऑपरेशन करना पड़ा। ज़रूरत पड़ने पर संभवतः कुछ हफ्तों बाद एक और ऑपरेशन करना पड़े। संकट की इस घड़ी में मेरे और मेरे परिवार के साथ खड़े होने के लिए आप सभी का धन्यवाद।'
चिराग पासवान, राम विलास पासवान के पुत्र
पासवान का जन्म 1946 में बिहार के खगड़िया ज़िले के शहरबन्नी गाँव में हुआ था। ग़रीब और पिछड़े इलाक़े के दलित परिवार में जन्मे राम विलास पासवान ने 1977 के लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतों से कांग्रेस के निकटतम उम्मीदवार को हरा कर सनसनी मचा दी थी।
राम विलास पासवान ने अलग-अलग समय में 5 प्रधानमंत्रियों के साथ केंद्रीय मंत्री के रूप में काम किया और हर बार वे अपनी कार्यकुशलता के लिए चर्चा में रहे।
प्रधानमंत्री ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी की मृत्यु पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने इसे अपनी निजी क्षति बताते हुए कहा कि पासवान ऐसे व्यक्ति थे जो यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि हर ग़रीब सम्मान की ज़िन्दगी जिए।I am saddened beyond words. There is a void in our nation that will perhaps never be filled. Shri Ram Vilas Paswan Ji’s demise is a personal loss. I have lost a friend, valued colleague and someone who was extremely passionate to ensure every poor person leads a life of dignity. pic.twitter.com/2UUuPBjBrj
— Narendra Modi (@narendramodi) October 8, 2020
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'राम विलास पासवान की असामयिक मृत्यु की ख़बर दुखद है। दलित समुदाय ने अपनी एक मजबूत राजनीतिक आवाज़ खो दी।'
राहुल गांधी, कांग्रेस नेता
In the demise of Union Minister Ram Vilas Paswan, the nation has lost a visionary leader. He was among the most active and longest-serving members of parliament. He was the voice of the oppressed, and championed the cause of the marginalized.
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 8, 2020
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