केंद्र सरकार ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) से कहकर अब सीएसआईआर-यूजीसी नेट परीक्षा भी स्थगित करा दी है। सरकार का यह आदेश यूजीसी नेट परीक्षा रद्द करने के 48 घंटे से भी कम समय में आया है। सीएसआईआर-यूजीसी नेट परीक्षा 25 से 27 जून तक होनी थी। लेकिन इस परीक्षा को स्थगित करने के लिए अजीबोगरीब तर्क दिया गया है। सरकार ने डार्क वेब पर इस परीक्षा का पेपर लीक होने की आशंका में यह कदम उठाया है। यानी पेपर अभी लीक नहीं हुआ लेकिन परीक्षा स्थगित कर दी गई।
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इस परीक्षा के स्थगित होने के बीच यह तथ्य उल्लेखनीय है कि 24 जून से संसद का पहला नया सत्र शुरू होने जा रहा है। कांग्रेस के राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने पेपर लीक का मामला इसी सत्र में उठाने की घोषणा की है। सरकार ने शुक्रवार को पेपर लीक के खिलाफ नया कानून भी लागू कर दिया है।
एनटीए दिसंबर 2019 से यूजीसी और विज्ञान और औद्योगिक अनुसंधान परिषद की ओर से ऑनलाइन मोड में सीएसआईआर-यूजीसी नेट का आयोजन कर रहा है। 25 से 27 जून तक सीएसआईआर-यूजीसी नेट के लिए लगभग 2 लाख उम्मीदवार परीक्षा देने वाले थे।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक शिक्षा मंत्री को शुक्रवार को एक मैसेजिंग ऐप पर चल रहे कुछ संदेशों के बारे में बताया गया कि सीएसआईआर-यूजीसी नेट का पेपर लीक हो गया है। हालाँकि शिक्षा मंत्रालय को गृह मंत्रालय या I4C (साइबर अपराध से लड़ने के लिए MHA सेंटर) से इस संबंध में कोई इनपुट नहीं मिला था। यूजीसी-नेट के बारे में ऐसा इनपुट मिला था, तब उसे रद्द किया गया था। बहरहाल, एनटीए को अब सीएसआईआर यूजीसी नेट के लिए नया प्रश्न पत्र तैयार कर परीक्षा लेने को कहा गया है।
एनटीए ने कुछ और बताया
शिक्षा मंत्री के यहां बैठक के बाद सीएसआईआर यूजीसी नेट परीक्षा स्थगित की गई। लेकिन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इस परीक्षा के स्थगित होने की वजह कुछ और बताई है। शुक्रवार रात सार्वजनिक सूचना के तौर पर उसने अपनी वेबसाइट पर कहा कि अपरिहार्य परिस्थितियों के साथ-साथ "लॉजिस्टिक मुद्दों" की वजह से सीएसआईआर यूजीसी नेट परीक्षा स्थगित कर दी गई है।सीएसआईआर-यूजीसी नेट परीक्षा साल में दो बार जून और दिसंबर में होती है। इसके जरिए देश के विश्वविद्यालयों में जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) और विज्ञान में सहायक प्रोफेसर की योग्यता तय करने की परीक्षा होती है। यह पीएचडी करने वालों के लिए भी एक महत्वपूर्ण परीक्षा है। भारतीय विज्ञान संस्थान और यहां तक कि आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान पीएचडी कोर्स में आवेदन के लिए सीएसआईआर-यूजीसी नेट को ही स्वीकार करते हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और एनटीए 5 मई को आयोजित नीट यूजी 2024 परीक्षा में पेपर लीक और नतीजों में धांधली के आरोपों से जूझ रहे हैं। बिहार पुलिस ने नीट देने वाले चार लोगों के साथ ही उनके माता-पिता और एक संगठित गिरोह के सदस्यों सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन लोगों ने कथित तौर पर रामकृष्ण नगर इलाके के एक स्कूल में नीट परीक्षा से पहले 35 उम्मीदवारों को जमा किया और एक मॉक परीक्षा आयोजित की। उन्हें कथित तौर पर वहां उत्तर के साथ लीक किया गया NEET पेपर प्राप्त हुआ था।
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