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पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस का संसद के अंदर-बाहर प्रदर्शन

पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस सांसदों ने संसद से लेकर संसद परिसर तक में प्रदर्शन किया। कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों में काम रोको प्रस्ताव का नोटिस दिया। 

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, हम इस अनुचित मूल्य वृद्धि के खिलाफ संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। सरकार इस मूल्य वृद्धि से 10,000 करोड़ रुपये लूट रही है।

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कांग्रेस सदस्य के.सी. वेणुगोपाल ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत बढ़ती कीमतों का मामला उठाना चाहा तो बीजेपी सदस्यों ने शोर मचा दिया। इसी तरह लोकसभा में भी यही मुद्दा उठाने की कोशिश हुई तो वहां भी बीजेपी सांसदों ने शोर मचा दिया। कांग्रेस सांसदों ने बढ़ती पेट्रोल-डीजल कीमतों से जुड़े पोस्टर लहराए। 

बाद में दोनों सदनों को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया। समझा जाता है कि सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू होगी तो कांग्रेस सांसद इस मुद्दे को फिर से उठाएंगे। 

कांग्रेस सांसदों ने संसद परिसर में भी इसी मुद्दे पर धरना दिया। कांग्रेस सांसदों ने आरोप लगाया कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की वजह से केंद्र सरकार पेट्रोल के दाम पिछले दो महीने से नहीं बढ़ा रही थी। लेकिन जैसे ही नतीजे आ गए, उसकी सरकार चार राज्यों में बन गई, उसने जनता पर टैक्स थोपना शुरू कर दिया। 

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करके कहा कि सरकार ने जनता को लूटने का प्लान बना लिया है। पेट्रोल कीमतों का बढ़ना जारी है। दो दिनों पेट्रोल 1 रुपये 60 पैसे बढ़ चुका है। 

सुरजेवाला ने कहा, किसानों को लूटने का सबसे अच्छा समय फसल कटाई का मौसम है। मध्यम वर्ग वेतनभोगी को लूटना उनका दैवीय अधिकार है। विरोध करने की हिम्मत न करें, वे आपको "फिल्म" दिखाएंगे या इसे धर्म-जाति के पीछे छिपाएंगे। इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस बारे में ट्वीट करके कहा था - गैस, डीज़ल और पेट्रोल के दामों पर लगा ‘लॉकडाउन’ हट गया है।  अब सरकार लगातार क़ीमतों का ‘विकास’ करेगी। महंगाई की महामारी के बारे में प्रधानमंत्री जी से पूछिए, तो वो कहेंगे थाली बजाओ।

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क़मर वहीद नक़वी
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