कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीतने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि कांग्रेस के हर कार्यकर्ता को मिलकर काम करना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ऐसी फासिस्ट ताकतों से लड़ना है जो सांप्रदायिकता का चोला ओढ़कर लोकतांत्रिक संस्थानों पर हमला कर रही हैं। अनुभवी नेता खड़गे ने कहा कि कांग्रेस तमाम चुनौतियों से लड़ेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में कुल 9385 वोट पड़े और इसमें से 416 वोटों को अवैध करार दिया गया। मल्लिकार्जुन खड़गे को 7897 वोट मिले हैं जबकि शशि थरूर को 1072 वोट मिले।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि देश को तानाशाही की भेंट नहीं चढ़ने दिया जा सकता और हमें इकट्ठे होकर विनाशकारी ताकतों को हराना है।
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50 साल से ज़्यादा का राजनीतिक अनुभव रखने वाले खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के हर कार्यकर्ता को सड़क से संसद तक लड़ना होगा, संघर्ष करना होगा। खड़गे ने कहा कि जिस तरह भरोसा करके उनके जैसे एक सामान्य कार्यकर्ता को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया है, वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के इस भरोसे पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे।
खड़गे ने कहा कि आजादी के बाद पिछले 75 सालों में कांग्रेस ने लोकतंत्र को मजबूत किया और संविधान की रक्षा की है। उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में है और संविधान पर हमला बोला जा रहा है, ऐसे वक्त में कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर पर संगठन के चुनाव कराकर देश के लोकतंत्र को मजबूत करने का उदाहरण पेश किया है।
सोनिया का जताया आभार
गांधी परिवार के बेहद भरोसेमंद माने जाने वाले खड़गे ने कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के सफल आयोजन के लिए पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया। खड़गे ने इस मौके पर सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से पार्टी की निवर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी का आभार व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने 23 साल तक पार्टी को अपने खून-पसीने से सींचा है।
लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के नेता रहे खड़गे ने कहा कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने न केवल 2 बार केंद्र में सरकार बनाई बल्कि अनेकों राज्यों में कांग्रेस को जिंदा किया और राज्यों में भी सरकार बनाई। मनमोहन सिंह की सरकार में श्रम मंत्री रहे खड़गे ने कहा कि सोनिया गांधी का कार्यकाल कांग्रेस में हमेशा याद रखा जाएगा।
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उन्होंने कहा कि आज देश में सबसे बड़ी समस्या महंगाई, बेरोजगारी, अमीर-गरीब के बीच बढ़ती खाई और सरकार के द्वारा फैलाई जा रही नफरत है। इन समस्याओं के खिलाफ जन आंदोलन तैयार करने के लिए पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं और देश के तमाम लोगों से अपील करते हैं कि वे देश के हित में भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ें।
26 अक्टूबर को संभालेंगे पदभार
खड़गे के साथ प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे 26 अक्टूबर को पदभार संभालेंगे। खड़गे ने इस दौरान जीत का निशान भी बनाया। उनके साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, गौरव वल्लभ सहित तमाम नेता मौजूद रहे।
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खड़गे को मिला कांटों का ताज
1969 में गुलबर्ग शहर कांग्रेस के अध्यक्ष बने खड़गे 50 साल से ज़्यादा के राजनीतिक सफर में तमाम पदों पर रहे और अब कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर पहुंचे हैं। लेकिन यह पद उनके लिए कांटों के ताज की तरह है क्योंकि कांग्रेस के सामने चुनौतियों का पहाड़ खड़ा है। कांग्रेस 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बुरी तरह शिकस्त खा चुकी है। अब उसके सामने 2024 का चुनाव करो या मरो वाला है। उससे पहले गुजरात, हिमाचल के साथ ही 2023 में 10 राज्यों के विधानसभा चुनाव का सामना भी कांग्रेस को करना है।
ऐसे में खड़गे को राहुल गांधी के साथ ही पार्टी के तमाम पदाधिकारियों, नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ कदम से कदम मिलाते हुए कांग्रेस को विधानसभा चुनावों में जीत दिलानी होगी। इसके साथ ही विपक्षी दलों के नेताओं से भी तालमेल कायम रखते हुए एक मजबूत फ्रंट बनाने की चुनौती भी खड़गे के सामने है।
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