पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा जारी है। पार्टी के तमाम नेता और कार्यकर्ता लगातार आगे बढ़ रहे हैं। यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं के हाथों में तिरंगा है। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, यात्रा के दौरान रास्ते में मिलने वाले लोगों में भी जबरदस्त उत्साह है।
शुक्रवार को भारत जोड़ो यात्रा नागरकोविल के स्कॉट क्रिश्चियन कॉलेज से शुरू हुई और तमाम जगहों से होते हुए शाम को 7 बजे कन्याकुमारी के अझागियामंडपम जंक्शन पर पहुंचेगी। इस दौरान राहुल गांधी मीडिया से बातचीत भी करेंगे। गुरुवार सुबह कन्याकुमारी के अगस्तीस्वरम से यह पदयात्रा शुरू हुई थी।
उस दौरान राहुल गांधी ने महिला एक्टिविस्ट के साथ ही दलित एक्टिविस्ट और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों से बातचीत की थी और शाम को 7 बजे नागरकोविल के स्कॉट क्रिश्चियन कॉलेज में जनसभा हुई थी।
'हर एक संस्था पर हमला'
सोनिया ने कहा था कि यह भारतीय राजनीति में बड़े बदलाव वाला क्षण है और उन्हें विश्वास है कि इस यात्रा से कांग्रेस संगठन का कायाकल्प होगा। सोनिया ने इस पूरी यात्रा में राहुल गांधी के साथ रहने वाले नेताओं को विशेष रूप से बधाई दी है। उन्होंने कहा कि वह इस यात्रा को लाइव देखती रहेंगी। जबकि राहुल ने कहा था कि हर एक संस्था पर आरएसएस और बीजेपी का हमला है और उन्हें लगता है कि वे भारत को धार्मिक आधार पर विभाजित कर सकते हैं।
कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा बेहतर ढंग से लोगों तक पहुंचे, इसके लिए एक वेबसाइट bharatjodoyatra.in को भी लॉन्च किया है।
जानिए, भारत जोड़ो यात्रा के बारे में कुछ अहम बातें।
- भारत जोड़ो यात्रा 3570 किमी. लंबी है और 5 महीने तक चलेगी।
- भारत जोड़ो यात्रा में शामिल कांग्रेस के नेता किसी भी होटल में नहीं रुकेंगे और कंटेनर्स में सोएंगे। ऐसे 60 कंटेनर्स का इंतजाम किया गया है। कुछ कंटेनर्स में सोने के लिए बिस्तर, टॉयलेट और एसी की व्यवस्था की गई है।
- सुरक्षा वजहों से राहुल गांधी एक अलग कंटेनर में सोएंगे जबकि बाकी कांग्रेस नेता दूसरे कंटेनर्स में।
- यात्रा में शामिल कांग्रेस नेता हर दिन 6 से 7 घंटे तक पदयात्रा करेंगे और 22-23 किमी. चलेंगे।
- कांग्रेस के 119 नेता भी यात्रा में शामिल हैं। इन नेताओं का चयन साक्षात्कार के बाद किया गया है। 119 यात्रियों में 28 महिलाएं हैं।
यात्रा हर दिन सुबह 7 बजे शुरू होगी और सुबह 10 बजे तक चलेगी। कुछ घंटे के आराम के बाद यात्रा दिन में 3:30 बजे शुरू होगी और शाम को 7 बजे तक चलेगी। अरुणाचल प्रदेश से आने वाले आजम जोम्बला 25 साल के सबसे युवा यात्री हैं। अरुणाचल प्रदेश से ही 25 साल के बेम बाई नाम के शख्स भी यात्रा में शामिल हो रहे हैं। जबकि सबसे बुजुर्ग यात्री विजेंद्र सिंह महलावत राजस्थान के रहने वाले हैं और उनकी उम्र 58 साल है।
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