भारत और चीन की सेनाओं में कमांडर स्तर की बातचीत का क्या नतीजा निकला? क्या पीपल्स लिबरेशन आर्मी यानी चीनी सेना हाल फ़िलहाल कब्जा किए गए इलाक़ों को खाली करने पर राज़ी हो गयी है ताकि तनाव कम किया जा सके? क्या चीनी सेना इस पर राजी हो गयी है कि वह वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपने सैनिकों और साजो-सामान के जमावड़े को कम कर देगी ताकि दोनों पक्षों में भरोसा कायम किया जा सके?