'चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' का चांद पर उतरते समय इसरो से संपर्क टूट गया और जब सपंर्क टूटा तब लैंडर चांद की सतह से सिर्फ़ 2.1 किलोमीटर की दूरी पर था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लैंडर का नाम ‘विक्रम’ क्यों रखा गया। आइए, आपको बताते हैं।
जानिए कौन हैं डॉ. विक्रम साराभाई, जिनके नाम पर रखा गया लैंडर का नाम
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- 7 Sep, 2019
डॉ. विक्रम साराभाई को भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का पिता कहा जाता है।

लैंडर का नाम ‘विक्रम’ डॉ. विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया जिन्हें भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का पिता कहा जाता है। डॉ. साराभाई का जन्म 12 अगस्त 1919 को देश के जाने-माने उद्योगपति अंबालाल साराभाई के घर हुआ था। डॉ. साराभाई ने कैंब्रिज से पढ़ाई पूरी कर स्वतंत्र भारत में आने के बाद नवंबर 1947 में भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (फ़िजिकल रिसर्च लैबोरेटरी-पीआरएल) की स्थापना की थी।