जाति जनगणना को लेकर कांग्रेस ने बहुत बड़ा संदेश दे दिया है। इससे भाजपा-आरएसएस की मुश्किलें बढ़ सकती है। महाराष्ट्र और झारखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव पर इसका असर पड़ सकता है। कर्नाटक के बाद तेलंगाना जाति जनगणना करने वाला दूसरा कांग्रेस शासित राज्य बन जाएगा। यह प्रक्रिया राज्य में 6 नवंबर से 30 नवंबर तक जारी रहेगी। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने आलाकमान के आदेशों के बाद पिछड़ी जाति आयोग के गठन का भी आदेश दिया है। हाल ही में हाईकोर्ट ने भी इस आयोग के गठन का आदेश दिया था, ताकि स्थानीय निकाय में पिछड़ों का कोटा तय हो सके।
जाति जनगणना: कांग्रेस शासित कर्नाटक के बाद अब तेलंगाना भी तैयार और भाजपा?
- देश
- |
- |
- 29 Mar, 2025
कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष जाति जनगणना की मांग कर रहा है। लेकिन भाजपा का रुख इस पर साफ नहीं है। अब कांग्रेस ने स्पष्ट संकेत देते हुए कर्नाटक और तेलंगाना में जाति जनगणना कराने का निर्देश वहां की अपनी सरकारों को दिया है। तेलंगाना में बुधवार 6 नवंबर से जाति जनगणना होने जा रही है। भाजपा शासित प्रदेश यूसीसी, धर्मांतरण पर तो फौरन कानून बना देते हैं लेकिन जाति जनगणना अभी तक किसी भी भाजपा शासित राज्य ने नहीं कराई है। कांग्रेस की पहल ने भाजपा की परेशानी बढ़ा दी है।
