केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को डेटा संरक्षण विधेयक के मसौदे को मंजूरी दे दी है। अब इस विधेयक के संसद के मानसून सत्र में पेश किए जाने का रास्ता साफ़ हो गया है। यदि यह विधेयक क़ानून बन जाता है तो भारत में सभी ऑनलाइन और ऑफलाइन डेटा इसके क़ानूनी डोमेन के अंतर्गत आएंगे।