केंद्र सरकार ने सोमवार शाम को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू करने की घोषणा की। घोषणा होते ही बंगाल में रात को मतुआ समुदाय के लोग ढोल-ताशे बजाते हुए सड़कों पर आए और बाकायदा जुलूस निकालकर इसका स्वागत किया। मतुआ समुदाय बांग्लादेश से आए शरणार्थियों का एक हिंदू समूह है। मतुआ समुदाय लंबे समय से सीएए लागू करने की मांग कर रहा था।
सीएए ने बंगाल में बदल दिया चुनावी गणित, दलित मतुआ हिन्दुओं को सीधा फायदा
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- 29 Mar, 2025
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू होने के बाद सबसे ज्यादा खुशी पश्चिम बंगाल में मतुआ समुदाय मना रहा है। रात से ही समुदाय के लोग जुलूस निकाल रहे हैं। मतुआ समुदाय लंबे समय से सीएए लागू करने की मांग कर रहा था। इस तरह पश्चिम बंगाल में मतुआ समुदाय सीएए की सीधी लाभार्थी है। आखिर कौन है मतुआ, कहां से आए, इन्हें नागरिकता मिलने पर बंगाल में चुनावी समीकरण कैसे बदलेगा, सब जानिएः
