सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने फ़ैसला किया है कि वह नागरिकता क़ानून पर अपनी बात कहने के लिए अगले दस दिनों में 3 करोड़ लोगों से संपर्क साधेगी। इस दौरान वह 250 प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी और सैकड़ों रैलियाँ निकालेगी।
बीजेपी महासचिव भूपेंद्र यादव ने कहा कि देश में विपक्ष इस क़ानून पर भ्रम फैलाने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी लोगों का भ्रम दूर करने के लिए हर ज़िले में रैली करेगी। इसके अलावा 250 स्थानों पर मीडिया से बातचीत की जाएगी। यादव के मुताबिक़, अगले 10 दिनों में कैंपेन चलाकर 3 करोड़ से ज्यादा परिवारों के साथ संपर्क साधने की कोशिश की जाएगी।
उन्होंने कहा, 'बीजेपी का मानना है कि नागरिकता संशोधन कानून के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में धार्मिक प्रताड़ना के शिकार हुए अनेकों लोगों को नई आशा, विश्वास, सुरक्षा, आस्था, गरिमापूर्ण जीवन देने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।' बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी इसकी जानकारी दी है।
उन्होंने कांग्रेस पर सवाल दागते हुए पूछा, 'क्या कांग्रेस देश में आगजनी का और उपद्रव का समर्थन करती है? क्या एक प्रमुख विपक्षी दल इस विषय पर भारत के बाहर दूतावास पर प्रदर्शन करता है, क्या वो इस नीति को उचित मानते हैं?'
दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन जारी है। शुक्रवार को शुरू हुए विरोध प्रदर्शन और हिंसा में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके पहले भी दो लोग मारे गए थे। नागरिकता क़ानून के विरोध में चल रहे इस आन्दोलन में राज्य में गुरुवार से अब तक 15 लोग मारे जा चुके हैं।
चेन्नई में शहर के सेंट्रल स्टेशन के पास से पुलिस ने क़रीब 200 छात्रों को हिरासत में लिया है। वे ट्रेन सेवा को बाधित करने का प्रयास कर रहे थे। पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पार्टी का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल लखनऊ में जाएगा जो पुलिस फ़ायरिंग में मारे गए व्यक्ति के परिजनों से मिलेगा। बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के विरोध प्रदर्शन में पूरे राज्य भर में हज़ारों लोग प्रदर्शन में शामिल हुए।
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