न्यूज़ चैनल Tv9 भारतवर्ष की ओर से किए गए स्टिंग ऑपरेशन ‘ऑपरेशन भारतवर्ष’ में दावा किया गया है कि इसमें 18 सांसदों का काला सच ख़ुफ़िया कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है। Tv9 भारतवर्ष की ओर से दावा किया गया है कि स्टिंग ऑपरेशन में फंसे सांसद चुनाव जीतने के लिए कालेधन का इस्तेमाल करते हैं। स्टिंग ऑपरेशन में राजस्थान के भरतपुर से बीजेपी सांसद बहादुर सिंह कोली भी फंसे हैं।
स्टिंग ऑपरेशन में सांसद कोली ने बताया कि किस तरह एक चुनावी रैली के लिए पार्टी की तरफ़ से लाखों रुपये ख़र्च किए जाते हैं।
'एक रैली पर 80 लाख रुपये ख़र्च'
सांसद ने ख़ुफ़िया कैमरे पर बातचीत के दौरान Tv9 भारतवर्ष की स्पेशल इनवेस्टिगेटिंग टीम से बताया कि अगर किसी बड़े नेता की रैली हो तो इसमें 80 लाख रुपये तक ख़र्च हो जाते हैं। उनके मुताबिक़, यह पैसा रैली में लोगों की भीड़ जुटाने में ख़र्च होता है। सांसद ने बताया कि चुनाव लड़ने में 3 करोड़ रुपये तक ख़र्च हो जाते हैं।
सांसद ने ख़ुफ़िया कैमरे पर बताया कि उन्हें पार्टी से 1 करोड़ रुपये तक की मदद मिल जाती है। लेकिन आधा पैसा यानी 50 लाख रुपये हवाला के ज़रिए उन तक पहुँचता है।
कोली दो बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके हैं। कोली ने स्टिंग ऑपरेशन में कहा कि उनके इलाक़े में चुनाव में ज़्यादा पैसा ख़र्च नहीं होता है। यहाँ 2 से 3 करोड़ रुपये ख़र्च हो जाते हैं।
'एंबुलेंस से ले जाते हैं कालाधन'
कोली ने दावा किया कि वह चुनाव में इस्तेमाल होने वाले कालेधन को लाने और ले जाने के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल करते हैं और यह काम पुलिस की गाड़ी के जरिए भी किया जाता है। सांसद ने कबूल किया कि पिछली बार वह कालेधन की बदौलत ही सांसद बने थे और इस बार भी वह ऐसी ही कोशिश कर रहे हैं।
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