एक दिन के आराम के बाद भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार सुबह 6:45 बजे कोल्लम से फिर शुरू हुई। 13 किलोमीटर चलने के बाद यात्रा समुद्र के किनारे नींदकरा में रुकेगी। दोपहर में काजू श्रमिकों, काजू उद्यमियों, ट्रेड यूनियन और आरएसपी तथा फॉरवर्ड ब्लॉक के नेताओं के साथ बातचीत होगी। यह जानकारी कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दी।
यह यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। इस दौरान यात्रा का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी तमाम धर्मों के लोगों, बच्चों, महिलाओं, विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वालों से मिल चुके हैं। हर जगह लोग महंगाई के बारे में बातें कर रहे हैं। बीच रास्ते में ऑटो चालकों ने राहुल को अपना दर्द सुनाया था। ऑटो चालकों ने राहुल को बताया कि जहां वो पहले रोजाना पांच सौ रुपये कमाते थे, अब वो बमुश्किल 300 रुपये ही कमाते हैं। जबकि डीजल, पेट्रोल, सीएनजी की कीमतें कई गुना बढ़ चुकी हैं।
कोल्लम में यात्रा शुरू होने के मौके पर भारी तादाद में स्कूल, कॉलेज के छात्र-छात्राएं राहुल गांधी को गुलाब देने पहुंचे। राहुल ने उनसे पढ़ाई के बारे में बातचीत भी की। स्टूडेंट्स राहुल के साथ कुछ दूर तक चले भी। छात्र-छात्राओं में राहुल के साथ सेल्फी लेने की होड़ लगी रही।
इस बीच कांग्रेस ने कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से समन भेजने पर कहा है कि यह समन ऐसे समय भेजा गया है जब राज्य विधानसभा का सत्र चल रहा है और पार्टी का एक बड़ा कार्यक्रम भी चल रहा है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत जोड़ो यात्रा को पटरी से उतारने की रणनीति का हिस्सा था। शिवकुमार ने कहा गुरुवार को कहा था कि उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में ईडी के समक्ष पेश होने के लिए समन मिला था। ईडी की कार्रवाई को 'उत्पीड़न' करार देते हुए पार्टी ने समन भेजने के समय पर सवाल उठाया।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि गोवा में ऑपरेशन कीचड़, कर्नाटक में डी के शिवकुमार को तलब करना, यह सब MoSha (मोदी-शाह) भारत जोड़ो यात्रा को पटरी से उतारने के लिए बेताब हैं। यात्रा को लेकर जनता के उत्साह को देखकर बीजेपी बौखला रही है। लेकिन हम नीचे नहीं झुकेंगे। प्रतिशोध की राजनीति केवल हमारे संकल्प को मजबूत करती है। यह भारत जोड़ो यात्रा को पटरी से उतारने की मोदी की रणनीति का हिस्सा है। लेकिन वह सफल नहीं होंगे।
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