केंद्र सरकार की जन-विरोधी नितियों के ख़िलाफ़ ट्रेड यूनियनों के 24 घंटे के भारत बंद का आंशिक असर ही देखने को मिला। देश के अलग-अलग हिस्से में कई जगहों पर परिवहन व्यवस्था प्रभावित हुई, कारखानों में उत्पादन ठप हुआ, सरकारी दफ़्तरों में कामकाज कम हुआ या नहीं हुआ। दिल्ली और इसके आसपास के इलाक़ों में असर नहीं देखा गया। लेकिन पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और तमिलनाडु में भारत बंद का व्यापक असर देखा गया।