बेंगलुरु से एक झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। पत्नी और ससुराल वालों से ऐसी प्रताड़ना और सिस्टम से ऐसी हताशा मिली कि शख्स को आत्महत्या के अलावा कोई और रास्ता नहीं सूझा। कैसी पीड़ा रही होगी कि आत्महत्या से पहले शख्स ने 1 घंटा 21 मिनट से ज़्यादा का वीडियो बनाकर सिस्टम की खामियों की बखिया उधेड़ दी। 24 पेज का ख़त लिखकर न्याय की मांग की। मौत के बाद भी न्याय की नाउम्मीदी में ही 34 वर्षीय शख्स ने अंतिम इच्छा में अपनी अस्थियों को लेकर कह दिया... तो मेरी अस्थियाँ कोर्ट के बाहर गटर में बहा देना!