ताजमहल के शहर आगरा में औरंगजेब द्वारा बनवाई गई मुबारक मंजिल को मलबे में बदल दिया गया। भारतीय पुरातत्व विभाग के अधिकारी और आगरा के स्थानीय अधिकारी इस हरकत की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं। इतिहासकार विलियम डेलरिम्पल और तमाम लोगों का कहना है कि ऐसी घटना बिना किसी अथॉरिटी के संरक्षण के अंजाम ही नहीं दी जा सकती। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। जानिए सारा घटनाक्रमः
आगरा में मुबारक मंजिल को खंडहर में बदल दिया गया। इसका निर्माण मुगल बादशाब औरंगजेब ने कराया था
17वीं शताब्दी की मुबारक मंजिल को आगरा में गिरा दिया गया। यह एक मुगल विरासत स्थल है, जिसे औरंगजेब की हवेली भी कहा जाता है। राज्य पुरातत्व विभाग ने तीन महीने पहले इसे नोटिस जारी किया था। उसे तीन महीने बाद ध्वस्त कर दिया गया था। स्थानीय लोगों ने बताया कि विध्वंस के बाद साइट से 100 ट्रैक्टर से अधिक मलबा हटाया गया।