मोदी सरकार के वादे पूरे नहीं करने पर अन्ना हज़ारे ने अब अपना पद्म भूषण लौटाने की चेतावनी दी है। सरकार लोकपाल की नियुक्ति और किसानों से जुड़ी माँगों को लेकर वह महाराष्ट्र के रालेगण सिद्धि में पिछले पाँच दिन से अनशन पर बैठे हैं। अन्ना हज़ारे का इशारा साफ़ है कि 2014 के चुनाव से पहले मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने लोकपाल के गठन, भ्रष्टाचार को ख़त्म करने और किसानों की दयनीय स्थिति सुधारने का वादा किया था। तब बीजेपी को इन मुद्दों पर बीजेपी को ज़बर्दस्त समर्थन मिला था और केंद्र में सरकार बना पायी। अब यदि अन्ना हजारे अनशन पर हैं तो इसका मतलब साफ़ है कि वह इन मोर्चों पर सरकार को पूरी तरह विफल मानते हैं।