देश में बेरोज़गारी को राष्ट्रीय बहस का मुद्दा बनाने वाले 'युवा हल्ला बोल' संस्थापक अनुपम ने कहा कि 3 साल से सेना में भर्ती रुकी हुई थी, जबकि सेना में 1 लाख से अधिक पद खाली हैं। लेकिन सरकार की अनदेखी के कारण सेना में जाने का सपना देख रहे युवाओं की उमर निकलती जा रही। एक तरफ हताशा से युवा आत्महत्या करने लगे हैं तो दूसरी तरफ आक्रोश भी बढ़ता जा रहा।