एक बात तो तय है कि डोनाल्ड ट्रंप ख़ुद के फ़ायदे और 'पहले अमेरिका' की नीति के लिए कुछ भी कर सकते हैं। भारत के साथ भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया। मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन अमेरिका को सप्लाई नहीं करने पर ट्रंप भारत को धमकी दे रहे थे। जब भारत ने अमेरिका को दवा की सप्लाई देने को हरी झंडी दे दी तो अब वही ट्रंप तारीफ़ कर रहे हैं। आख़िर ट्रंप चाहते क्या हैं, क्या सबकुछ वैसा चले जैसा वह चाहते हैं?
अमेरिकी स्वार्थ के लिए ट्रंप कुछ भी करेंगे; पहले धमकी दी थी, अब तारीफ़ क्यों?
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- 8 Apr, 2020
एक बात तो तय है कि डोनाल्ड ट्रंप ख़ुद के फ़ायदे और 'पहले अमेरिका' की नीति के लिए कुछ भी कर सकते हैं। भारत के साथ भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया। पहले धमकी दी थी, अब तारीफ़ कर रहे हैं।

'फॉक्स न्यूज़' के साथ इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, 'मैंने लाखों खुराक खरीदी है। 29 मिलियन से अधिक। मैंने प्रधानमंत्री मोदी से बात की, इसका बहुत बड़ा हिस्सा भारत से आता है। मैंने उनसे पूछा कि क्या वह इसे जारी करेंगे? उनकी बात बहुत अच्छी थी। वास्तव में अच्छा। आप जानते हैं कि उन्होंने पाबंदी इसलिए लगाई क्योंकि वे इसे भारत के लिए रखना चाहते थे। लेकिन इससे काफ़ी अच्छी चीजें आ रही हैं...।'