भीमा कोरेगाँव हिंसा मामले में जेल में बंद कवि और कार्यकर्ता वरवर राव को बॉम्बे हाई कोर्ट से राहत नहीं मिल पाई। 80 वर्षीय वरवर राव के परिवार ने उनकी तबीयत ज़्यादा ख़राब होने की वजह से तत्काल रिहाई और अस्पताल में इलाज के लिए आग्रह किया था। इस पर अदालत ने इतना ज़रूर कहा कि वीडियो कॉल से डॉक्टरों का एक पैनल उनकी जाँच-पड़ताल करेगा।
80 वर्षीय वरवर राव ने बिस्तर पकड़ा, अदालत से राहत नहीं
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- 12 Nov, 2020
भीमा कोरेगाँव हिंसा मामले में जेल में बंद कवि और कार्यकर्ता वरवर राव को बॉम्बे हाई कोर्ट से राहत नहीं मिल पाई। 80 वर्षीय वरवर राव के परिवार ने उनकी तबीयत ज़्यादा ख़राब होने की वजह से तत्काल रिहाई और अस्पताल में इलाज के लिए आग्रह किया था।

वरवर राव दो साल से भी ज़्यादा समय से जेल में बंद हैं। उनको जनवरी 2018 में गिरफ्तार किया गया था। उन पर सख़्त ग़ैरक़ानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत आरोप लगाया गया है। यह क़ानून वर्षों तक ट्रायल के बिना हिरासत में रखने की अनुमति देता है।