कालेधन का 'भूत' पीछा ही नहीं छोड़ता! 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर कालेधन को ख़त्म हो जाना था! लेकिन नहीं हुआ। 2016 में 1000 रुपये व 500 रुपये के नोट बंद कर और 2000 रुपये व 500 के नये नोट निकालकर कालेधन पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' किया गया। और अचानक 2023 में उसी 2000 रुपये के नये नोट को बंद करके फिर से 'कालेधन' को ख़त्म करने का फ़ैसला किया गया! तो सवाल है कि क्या इस 2000 रुपये के नोट के चलन से हटाए जाने से कालाधन ख़त्म हो जाएगा या फिर 2016 की नोटबंदी की तरह ही 'कालेधन' 'सफेद' हो जाएँगे?