हरियाणा के नूंह में सोमवार को दो गुटों के बीच झड़प में दो होम गार्ड समेत तीन लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। जैसे ही जिले में सांप्रदायिक हिंसा भड़की, इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं, निषेधाज्ञा लागू कर दी गई। राज्य के गृह मंत्री ने यह दावा करते हुए केंद्र से अतिरिक्त बल की मांग की कि 3,000-4,000 लोगों को एक मंदिर में बंधक बनाया गया था। देर शाम उन्हें निकाला गया। शाम तक हिंसा गुड़गांव के पास सोहना चौक तक फैल गई, जहां कथित तौर पर बजरंग दल के सदस्यों ने कुछ वाहनों में आग लगा दी और दुकानों में तोड़फोड़ की। मुख्यमंत्री एमएल खट्टर ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
नूंह जिले में सोमवार विश्व हिंदू परिषद और मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की ओर से निकाली जा रही ब्रजमंडल यात्रा के दौरान यह बवाल हुआ है। हिंसा देखते-देखते तेजी से भड़क गई। दो गुटों में टकराव के बाद जमकर पथराव और आगजनी की गई है।
हिंसक भीड़ ने कई गाड़ियों में आग लगा दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस हिंसा में दो लोगों के मारे जाने की खबर है। कई पुलिस वाले इस हिंसा में घायल हुए हैं। पुलिस ने बताया है कि करीब 20 लोगों के घायल होने की खबर है। इस टकराव में कुछ जगहों पर लोगों द्वारा फायरिंग करने की भी खबर आ रही है। हिंसक भीड़ के द्वारा कई सरकारी और निजी वाहनों को निशाना बनाया गया है।
एनडीटीवी इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बवाल के बाद शोभा यात्रा में शामिल होने आए करीब 2500 लोग नल्हड़ मंदिर में फंसे हुए हैं। इनमें बड़ी संख्या बच्चे और महिलाओं की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मंदिर के बाहर पथराव हो रहा है। बस, कारें और अन्य वाहन चालक भी अपनी जान बचाने के लिए मंदिर के अंदर चले गए हैं।
धारा 144 लगाई गई, इंटरनेट भी बंद किया गया दो पक्षों के बीच भड़की इस हिंसा से निबटने के लिए कई दूसरे जिलों से पुलिस बल को मंगवाना पड़ा है। पूरे जिले की सीमा को सील कर दिया गया है। जिले में शांति बहाल करने के लिए धारा 144 लगाई गई है।
इसके बाद से 5 या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिले में मोबाइल इंटरनेट को भी बंद कर दिया गया है। पूरे जिले में एक हजार से ज्यादा पुलिस तैनात है।
मोनू मानेसर के ब्रजमंडल यात्रा में होने की खबर से भड़का दूसरा पक्ष
रिपोर्ट के मुताबिक,बजरंग दल के प्रांत गौरक्षा प्रमुख मोनू मानेसर व उसके बजरंग दल से जुड़े साथियों पर कई लोगों की हत्या का आरोप है। कथित गो रक्षक मोनू ने कुछ दिन पहले एक वीडियो जारी कर कहा था कि यात्रा के दौरान मेवात में रहेगा।
मोनू मनेसर चर्चित नासिर-जुनैद हत्याकांड का आरोपी है। इन दोनों को भिवानी में उनकी गाड़ी के अंदर ही जिंदा जला दिया गया था। मोनू इस केस में वांटेड है।उसके यात्रा में शामिल होने की खबर से दूसरे पक्ष के लोग नाराज थे। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने मोनू मानेसर और उसके साथियों को शोभायात्रा के दौरान देख लिया था। इसके बाद नूंह शहर के पास गुरुग्राम-अलवर एनएच पर बवाल किया है। इस बीच खबर है कि राजस्थान के भरतपुर की पुलिस टीम मोनू को पकड़ने के लिए नूंह पहुंची थी। भरतपुर के एसपी मृदुल कच्छावाह ने मीडिया से बातचीत में इसकी पुष्टि की है। इस बीच जानकारी मिली की मोनू यहां नहीं आया था।
दोनों पक्षों में तकरार के बाद शुरू हुआ पथराव
एनडीटीवी इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को ब्रजमंडल यात्रा नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर-झिरका की तरफ रवाना हुई थी। जैसे ही यात्रा तिरंगा पार्क के पास पहुंची, वहां एक समूह के लोग पहले से जमा थे। आमने-सामने आते ही दोनों पक्षों में तकरार हो गई और देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया।कुछ गाड़ियों में आगजनी की भी खबर है। घटना के बाद रूट को नूंह-होडल मार्ग पर डायवर्ट कर दिया गया है। इस घटना के बाद नूंह शहर का बाजार बंद हो गया और लोग अपने घरों में चले गए। तनाव को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस ने लोगों को घरों में रहने का निर्देश दिया है। नूंह के उपायुक्त प्रशांत पंवार ने लोगों से शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने, आपसी भाईचारे के साथ मिलकर रहने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि जिले में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा-144 लागू की गई है। फिलहाल हालात नियंत्रण में है।
नेताओं ने की शांति के लिए अपील
इस घटना पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि पर्याप्त संख्या में फोर्स तैनात की जा रही है। हमने केंद्र से भी बात की है। हम वहां शांति बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं। जहां-जहां पर लोग फंसे हुए हैं उन्हें बचाया जा रहा है। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने इस घटना को बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कहा है कि मैं लोगों से हाथ जोड़कर अपील कर रहा हूं कि कृपया भाईचारा, सद्भाव और शांति बनाए रखें।वहीं नूंह से कांग्रेस विधायक चौधरी आफताब अहमद ने कहा है कि हम लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील कर रहे हैं। स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन और पुलिस की ऐसी नाकामी मैंने कभी नहीं देखी। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की हरियाणा राज्य कमेटी के राज्य सचिव सुरेंद्र सिंह ने इस हिंसक घटना के बाद मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर इस घटना पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि नूंह में एक सांप्रदायिक संगठन की ओर से निकाली गई कथित ब्रजमंडल यात्रा के दौरान जो हिंसक घटनाएं घटी हैं वह सबके लिए बेहद चिंताजनक है। स्वतंत्र सूत्र बताते हैं कि इस यात्रा को लेकर नूंह के जिम्मेदार लोगों ने प्रशासन को पहले ही खबरदार किया था कि इससे शांति भंग होने की गंभीर आशंका है। इसके बावजूद प्रशासन ने सांप्रदायिक संगठनों द्वारा ऐसी यात्रा को न केवल अनुमति दी बल्कि आशंका के बावजूद किसी भी गंभीर स्थिति से निपटने के प्रयाप्त प्रबंध भी नहीं किये।
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