हरियाणा में भाजपा पिछली दो बार से सत्ता में है। तीसरी बार राज्य में सरकार बनाने को लेकर भाजपा को कड़ी परीक्षा से गुजरना तय है।  लोकसभा चुनावों में 10 में से 5 सीटों पर भाजपा को हार मिली है।  इसका प्रभाव राज्य की विधानसभा चुनाव में पड़ना निश्चित है। विपक्षी दल कांग्रेस को मिली सफलता से स्थानीय नेताओं में विश्वास पुख्ता हुआ है और बड़ी सफलता की उम्मीद बंधी है। क्षेत्रीय दल इनेलो, जजपा को जिस तरह से मतदाताओं ने नाकारा है उनका कोई राजनीतिक आधार कहीं बचा हुआ नहीं दिख रहा। हरियाणा में सत्ताधारी भाजपा को मुख्य चुनौती कांग्रेस से ही मिलने वाली है, यह स्पष्ट है। लेकिन कांग्रेस को अपनी चुनौतियाँ भी कम नहीं जिनसे पार पाए बिना विधानसभा चुनावों में बड़ी सफलता हासिल करना आसान नहीं होगा।