हिंदी फ़िल्म ‘सिंघम’ का एक मशहूर डायलॉग है। ‘पुलिस अगर चाहे तो किसी चोर की भी हिम्मत नहीं कि मंदिर से जूते भी चोरी कर सके।’ हमारे यहाँ पुलिस शायद ही कभी ऐसा चाहती है। वो फिर चोरी हो, दंगा हो, या फिर विकास दुबे जैसे गैंगस्टर का मामला। ऐसे में गुजरात के सूरत में हाल ही में बनी एक घटना एक सुखद अपवाद है। यही वजह है कि सोशल मीडिया से लेकर मेनस्ट्रीम मीडिया में हर जगह उसकी चर्चा है।