क्या कहा प्रॉक्टर ने?
चीफ़ प्रॉक्टर वसीम अहमद ख़ान ने कहा, ‘छात्र राजघाट तक मार्च निकालने की कोशिश में थे, हम उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे थे। यह शांतिपूर्ण मार्च था, उस आदमी ने गोली क्यों चला दी?’उन्होंने कहा, ‘यह वारदात अनुराग ठाकुर और कपिल मिश्रा के भड़काऊ भाषणों की वजह से हुई। उन्होंने लोगों को उकसाया। हम तकलीफ़ में हैं। पुलिस और सरकार को उन लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करनी चाहिए।’
भड़काऊ नारा
बता दें केंद्रीय मंत्री वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कुछ दिन पहले एक चुनावी जनसभा में मंच से नारा लगाया, ‘देश के गद्दारों को’ और उसके बाद वहाँ मौजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इसके जवाब में कहा, ‘गोली मारो सालों को।’ ऐसा एक बार नहीं कई बार हुआ।क्या कहा वाइस चांसलर ने?
जामिया की वाइस चांसलर नज़मा अख़्तर ने एक वीडियो मैसेज में सवाल उठाया है कि पुलिस ने उस हमलावर को समय रहते क्यों नहीं पकड़ा। उन्होंने कहा है कि उस बंदूकधारी से 30 मीटर की दूरी पर दो दर्जन से ज़्यादा पुलिस जवान खड़े थे, उस इलाक़े में सीआरपीएफ की 5 कंपनियों के 300 जवानों को तैनात किया गया था। उन्होंने संयम रखने के लिए छात्रों की तारीफ़ की। नज़मा अख़्तर ने कहा :“
‘इस वारदात ने हमें अंदर से झकझोड़ दिया है। यह हो ही नहीं सकता कि एक आदमी बंदूक लहराता रहे और उसे कोई रोके नहीं। फिर वह गोली चला दे और उसके बाद उसे बड़े शांतिपूर्ण तरीके से पकड़ लिया जाए।’
नज़मा अख़्तर, वाइस चांसलर, जामिया मिल्लिया इसलामिया
वाइस चांसलर ने आगे कहा, 'इस वारदात से हमारा विश्वास हिल गया है। मैं यह उम्मीद करती हूूँ कि ऐसा फिर नहीं होगा। मैं यह आश्वासन चाहती हूँ कि इस तरह की वारदात फिर नहीं होने दी जाएगी।'
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