दिल्ली की अदालत ने दिल्ली दंगा जाँच मामले में गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व वाली दिल्ली पुलिस की फिर से तीखी आलोचना की है। इसने कहा कि ठीक से जाँच करने में जाँच एजेंसी विफल रही है। इसने पुलिस जाँच को संवेदनहीन और निष्क्रिय बताया। अदालत ने कहा कि पुलिस की ऐसी जाँच देशवासियों के पैसे की बर्बादी है। अदालत ने तो यहां तक कह दिया कि पुलिस ने तो सिर्फ़ अदालत की आँखों पर पर्दा डालने की कोशिश की है। दिल्ली दंगों की जाँच के जो भी मामले अब तक अदालत में गए उनमें अदालतों ने पुलिस पर ऐसी ही सख़्त टिप्पणी की है। कई बार तो अदालत ने जाँच को एकतरफ़ा बताया और टिप्पणी की कि बिना किसी सबूत के ही आरोपी बना दिए गए।
दिल्ली दंगे की जाँच में पुलिस विफल, पैसे की बर्बादी: अदालत
- दिल्ली
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- 3 Sep, 2021
अदालत ने दिल्ली दंगे के आरोपी आप के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन के भाई और दो अन्य को आरोपमुक्त कर दिया और टिप्पणी की कि पुलिस की ऐसी जाँच देशवासियों के पैसे की बर्बादी है।

दिल्ली की अदालत की ताज़ा टिप्पणी आप के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन के भाई से जुड़े मामले को लेकर है। वह मामला दिल्ली के चांद बाग इलाक़े में फरवरी 2020 में दंगों के दौरान एक दुकान की कथित लूट और तोड़फोड़ से संबंधित था। इस मामले में अदालत ने गुरुवार को पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन के भाई शाह आलम और दो अन्य को आरोपमुक्त कर दिया।