जमीन के बदले नौकरी केस के सिलसिले में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी से दो दिनों तक पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ईडी ने कल शुक्रवार को लालू परिवार और उनसे जुड़े लोगों के 15 ठिकानों पर छापे मारे थे। इसमें तेजस्वी का दिल्ली स्थित घर भी है। आरजेडी ने इसे बीजेपी और मोदी सरकार की राजनीतिक हताशा करार दिया है। आरजेडी ने कहा है कि लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार जब सारे विपक्षी दलों को एक करने में जुटे हैं तो उनका मनोबल तोड़ने के लिए सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
इस कथित मामले की जांच सीबीआई के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी कर रहा है। 7 मार्च को सीबीआई ने बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी से पटना में चार घंटे तक पूछताछ की थी। फिर 9 मार्च को दिल्ली में लालू यादव से सीबीआई ने पांच घंटे तक पूछताछ की। यह सिलसिला रुका नहीं।
ये छापे ऐसे समय में आए हैं जब विपक्षी दलों ने केंद्र पर अपना राजनीतिक हित साधने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। आठ विपक्षी दलों ने पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बीजेपी के राजनीतिक उद्देश्यों के लिए केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। हस्ताक्षर करने वालों में तेजस्वी यादव भी थे। पत्र में लालू यादव को केंद्रीय एजेंसियों द्वारा टारगेट करने का आरोप लगाया गया था। इसने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों के कदमों से अक्सर संदेह पैदा होता है कि वे सत्ताधारी व्यवस्था के विस्तारित हिस्से के रूप में काम कर रहे हैं।
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