जब नीतीश कुमार रविवार को बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे तो तेजस्वी यादव नये 'खेल' शुरू होने की चेतावनी दे रहे थे। तेजस्वी ने कहा है कि 'अभी खेल शुरू हुआ है। अभी खेल बाकी है। मैं जो कहता हूँ वो करता हूँ। लिखकर देता हूँ कि जनता दल यूनाइडेट पार्टी 2024 में ही ख़त्म हो जाएगी।'
हाल में आरजेडी और जेडीयू के रिश्तों पर पहली बार आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का यह बयान आया है। जेडीयू रविवार को महागठबंधन से अलग हो गया है और नीतीश कुमार ने बीजेपी के समर्थन से फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। हालाँकि, पिछले कई दिनों से महागठबंधन के टूटने के कयास लगाए जा रहे थे। तब से पहली बार इस पूरे घटनाक्रम पर तेजस्वी यादव का बयान आया है। उन्होंने अपने बयान को ट्वीट भी किया है।
तेजस्वी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि गठबंधन से आरजेडी अलग नहीं हुआ है और यह जेडीयू है जिसने गठबंधन को तोड़ा है। उन्होंने पीटीआई से कहा, 'हमने मिलकर जो सरकार बनाई, उसकी हत्या मैं नहीं कर सकता। हत्या नीतीश कुमार जी ने की है। जो भी है... न मैं ग़ुस्सा हूँ और न ही कोई शिकायत है। नीतीश कुमार जी आदरणीय थे, आदरणीय हैं और आदरणीय रहेंगे। इसमें कोई दो राय नहीं है। अभिभावक हैं। बड़े हैं हमसे।... हम तो भाजपा के लोगों को शुभकामना देते हैं कि इनको अपने पास लिया।'
तेजस्वी ने कहा है, 'हमलोगों का उद्देश्य है- नौकरी, रोटी, रोजगार, आर्थिक न्याय मिले, चिकित्सा बेहतर हो, शिक्षा बेहतर हो, बिहार में विकास हो, निवेश आए। ये हमलोगों का असल मुद्दा था। यदि आप देखेंगे कि 17 साल भाजपा का और 17 महीना हमारा तो ऐतिहासिक काम हुआ है।'
तेजस्वी ने कहा कि उनकी सरकार में हुए काम का वह क्रेडिट लेंगे क्योंकि उन्होंने काम किया है। एएनआई से तेजस्वी ने कहा कि बिहार में खेल अभी शुरू होना बाकी है। उन्होंने कहा, 'खेल अभी शुरू हुआ है। खेल अभी बाकी है। मैं आपको लिखित में दे सकता हूं कि जेडीयू पार्टी 2024 में खत्म हो जाएगी। जनता हमारे साथ है।' उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार के जाने से आम चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र को टक्कर देने के लिए बने इंडिया गठबंधन में कोई बदलाव नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन मजबूत है, जो होता है अच्छे के लिए होता है।
उन्होंने कहा,
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जब नीतीश कुमार हमारे साथ थे तो कहते थे कि इतना काम हो रहा है। क्या आपने पहले कभी नीतीश कुमार को नियुक्ति पत्र बांटते देखा है? हमने ही उनसे नियुक्ति पत्र बंटवाया था।
तेजस्वी यादव, आरजेडी नेता
बता दें कि रविवार को दैनिक समाचार पत्रों में दिए गए विज्ञापन में तेजस्वी को 'चार लाख नौकरियां देकर अपने वादे पूरे करने' के लिए 'धन्यवाद' देते हुए पेश किया गया है। विज्ञापनों में कहा गया, 'आपने जो वादा किया था वह किया और आप अकेले ही और भी वादे पूरे कर सकते हैं।' विज्ञापन में महागठबंधन सरकार द्वारा किया गया जाति-आधारित सर्वेक्षण, ओबीसी, ईबीसी और एससी के लिए नौकरी कोटा 50% से बढ़ाकर 60% करना, राज्य सरकार कर्मचारी का दर्जा प्रदान करना, 3.5 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति आदि को उपलब्धि बताया गया है।
तेजस्वी का यह बयान तब आया है जब नीतीश कुमार ने तेजस्वी के आरजेडी को छोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाई है। नीतीश कुमार ने रविवार को फिर से बिहार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। वह नौवीं बार सीएम बने हैं। उन्होंने रविवार सुबह ही सीएम पद से इस्तीफा दिया था। तब वह आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन में थे, लेकिन अब बीजेपी के साथ गठबंधन में हैं। यह दो साल में दूसरी बार है जब उन्होंने शपथ ली है। नीतीश के साथ ही बिहार बीजेपी के प्रमुख सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने भी शपथ ली।
नीतीश कुमार के पलटने की ख़बरें पिछले कई दिनों से लगातार चल रही थीं। एक दशक में यह पांचवीं बार है जब पलटे हैं। नीतीश कुमार ने रविवार को लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन छोड़ दिया और कई दिनों की राजनीतिक अटकलों के बाद बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा था, 'मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और इस सरकार को समाप्त कर दिया है। मुझे चारों ओर से सुझाव मिल रहे थे। मैंने नए गठबंधन के लिए पहले वाला गठबंधन छोड़ दिया था। लेकिन स्थिति ठीक नहीं थी। इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया है।' नीतीश के इस्तीफा देने के तुरंत बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जदयू प्रमुख को बधाई देने के लिए फोन किया।
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