राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू प्रसाद यादव ने पार्टी के 25 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से भाग लेते हुए अयोध्या के बाद मथुरा के मुद्दे को उठाने को लेकर देश को आगाह किया है।
इसके साथ ही उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वे बुनियादी मुद्दों पर कोई समझौता नहीं करेंगे, उन्होंने कहा कि वे टूट भले जाएं, पर झुकेंगे नहीं।
बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लंबे समय तक जेल में रहने के बाद बीते दिनों ज़मानत पर रिहा हुए, वे लगभग साढ़े तीन साल बाद अपने समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे, वह भी वर्चुअल रूप से।
इस दौरान उनकी ग़ैर-मौजूदगी में बिहार विधानसभा चुनाव हुआ, जो उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव की अगुआई में लड़ा गया और उनकी पार्टी ने उम्मीद से बेहतर प्रर्दशन किया।
मथुरा का मुद्दा क्यों?
लालू प्रसाद ने नाम लिए बग़ैर केंद्र सरकार और बीजेपी पर ज़ोरदार हमले किए। उन्होंने कहा कि सामाजिक ताना-बाना नष्ट किया जा रहा है और एक बार फिर नारा लगाया जा रहा है, 'अयोध्या के बाद मथुरा'।
लालू प्रसाद यादव ने मथुरा विवाद पर अगला आम चुनाव लड़ने की बीजेपी की योजना की ओर संकेत करते हुए सवाल किया कि ये क्या हो रहा है, ये लोग क्या चाहते हैं।
आर्थिक मुद्दों पर बीजेपी को घेरा
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने देश को बहुत पीछे धकेल दिया, नोटबंदी के कारण आर्थिक रूप से देश को बहुत नुक़सान हुआ, जिसकी भरपाई संभव नहीं है। राजद सुप्रीमो ने बेरोज़गारी और महंगाई को लेकर भी सरकार की तीखी आलोचना की।
लालू प्रासद ने पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि 'यदि हमारी सरकार में पेट्रोल, डीज़ल के दाम बढ़ते तो लोग हमें चलने नहीं देते, लेकिन आज सब मजबूर हैं। मौजूदा समय में पेट्रोल का दाम घी को पीछे कर रहा है।'
राजद सुप्रीमो ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि 'हमारे साथ जनता की ताकत है। हमारे साथ अल्पसंख्यक, दलित, पिछड़े, अति पिछड़े और गरीब हैं।'
उन्होंने इसके साथ ही मंडल आयोग की सिफ़ारिशों को लागू करने की याद लोगों को दिलाई और कहा कि उनकी पार्टी ने आम जनता के लिए, विशेष रूप से समाज के वंचित तबकों के लिए काम किया।
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