बीजेपी 13 साल से बिहार की सत्ता में भागीदारी कर रही है। जेडीयू के साथ चल रही गठबंधन सरकार में उसके पास उप मुख्यमंत्री का पद है और कई नेता मंत्री भी हैं। 13 साल का वक़्त भी कम नहीं होता। इतने लंबे वक़्त तक सत्ता में रहने के बाद जब आप चुनाव में वोट मांगने जाएंगे तो आपने क्या किया, अपने कामों को गिनाने की लंबी फेहरिस्त आप के पास होनी चाहिए। और अगर आप काम के बजाए इधर-उधर की बातें कर रहे हैं तो मतलब साफ है कि आप के पास लोगों को बताने के लिए कुछ नहीं है। इसके अलावा बीजेपी 6 साल से केंद्र की भी सरकार चला रही है।
बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और केंद्र में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के बयान से ऐसा ही लगता है कि बीजेपी वहां पाकिस्तान के बाद कश्मीर के भरोसे है। वैशाली जिले के महनार में आयोजित एक जनसभा में नित्यानंद राय को यह भी ख़्याल नहीं रहा कि वे कोई ब्लॉक या जिले के स्तर के नेता नहीं हैं, केंद्र सरकार में गृह विभाग जैसे अहम मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं।
राय ने भाषण में कहा, ‘अगर बिहार में सरकार आरजेडी की बनेगी तो कश्मीर में जिन आतंकियों का हम सफाया कर रहे हैं, वे बिहार की धरती में आकर पनाह ले लेंगे। ऐसा हम होने नहीं देंगे, प्रधानमंत्री जी, गृह मंत्री जी ने यह जिम्मा हमें सौंपा है।’
राय के इस विस्फोटक बयान का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि गृह मंत्री का ऐसा बयान देश में गृह युद्ध करा सकता है।
‘पाकिस्तान में पटाखे फूटेंगे’
याद दिला दें कि 2015 के विधानसभा चुनाव में जब बीजेपी जेडीयू से अलग होकर चुनाव लड़ रही थी तो तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने एक जनसभा में कहा था कि अगर बीजेपी बिहार में हार गई तो पाकिस्तान में पटाखे फूटेंगे। उनके इस बयान का काफी विरोध भी हुआ था और जो चुनाव नतीजे आए थे, उनमें बीजेपी को करारी हार मिली थी।
चरम पर है अपराध
बिहार में अपराध चरम पर है। बलात्कार, हत्या, लूटपाट, डकैती की ख़बरें आए दिन आ रही हैं। हाल ही में बक्सर में महिला से बलात्कार हुआ और उसके बच्चे की हत्या कर दी गई, महादलित समाज के नेता शक्ति मलिक को घर में घुसकर बदमाशों ने भून दिया, ऐसी तमाम घटनाएं हैं। इतने लंबे वक़्त तक सत्ता में रहने के बाद ना अपराध पर क़ाबू पाया गया है, रोज़गार की हालत बेहद ख़राब है, स्वास्थ्य सुविधाएं कैसी हैं, ये कोरोना काल में लोगों ने अच्छे से देख लिया है।
अपनी नाकामियों पर बात करने के बजाए नित्यानंद राय बिहार के लोगों को बता रहे हैं कि वहां विपक्षी दल जीत गया तो राज्य में कश्मीर के आतंकी पनाह ले लेंगे, क्यों? विपक्षी दल के जीतने पर क्या केंद्रीय गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी ख़त्म हो जाएगी और क्या 2015 में बीजेपी के हारने के बाद पाकिस्तान में पटाखे फूटे थे।
मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश
इस तरह के बयान लोगों को झूठा डर दिखाने, असल मुद्दों से ध्यान भटकाने और वोटों के ध्रुवीकरण की नीयत से दिए जाते हैं। बीजेपी के पास अगर कोई काम है, तो उसे लोगों को गिनाए, वरना उसे 2015 के नतीजों को फिर से देखकर जनता की समझदारी पर यकीन रखना चाहिए। क्योंकि तब भी बीजेपी की केंद्र में सरकार थी, लेकिन लोगों ने उसकी बातों में न आते हुए उसे बुरी तरह नकार दिया था और महागठबंधन को बड़ी जीत मिली थी। इसलिए, वह काम पर बात करे न कि इस तरह के बयानों के सहारे ध्यान भटकाने की कोशिश।
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