विकासशील इंसान पार्टी यानी वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी की बिहार कैबिनेट से छुट्टी हो गई है। कुछ दिन पहले मुकेश सहनी की पार्टी के तीनों विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे और उसके बाद से ही माना जा रहा था कि मुकेश सहनी की कभी भी नीतीश कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है। नीतीश सरकार की ओर से मुकेश सहनी की कैबिनेट से छुट्टी किए जाने की सिफारिश राज्यपाल को भेजी गई थी। जिसे राज्यपाल ने मंजूर कर लिया।
मुकेश सहनी ने 2020 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था हालांकि वह ख़ुद विधानसभा चुनाव हार गए थे। उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया गया था और साथ ही कैबिनेट का मंत्री भी।
बीजेपी के खिलाफ उतारे थे उम्मीदवार
मुकेश सहनी ने उत्तर प्रदेश के हालिया चुनाव में बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवारों को उतारा था और यह माना जा रहा था कि उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। ऐसा ही हुआ और उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजों के तुरंत बाद बीजेपी ने उनकी पार्टी के विधायकों में सेंध लगा दी।
यह साफ है कि मुकेश सहनी की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं और वह अकेले पड़ गए हैं। निश्चित रूप से उनके सामने खुद का सियासी वजूद बचाने की चुनौती है और देखना होगा कि वह किस तरह राजनीतिक संघर्ष करते हैं।
बिहार विधान परिषद के लिए 24 सीटों के लिए होने जा रहे चुनाव में बीजेपी और जेडीयू ने आपस में सीटों का बंटवारा कर लिया था जबकि वीआईपी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को सीटें नहीं दी गई थी।
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