बिहार चुनाव प्रचार में बीजेपी और जेडीयू में वैचारिक खाई साफ़ तौर पर दिखने लगी है। इस चुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब नागरिकता संशोधन क़ानून यानी सीएए का ज़िक्र कर कहा कि घुसपैठिए को बाहर निकालेंगे तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस तरह की बातों को 'फालतू बात' क़रार दे दिया है। हालाँकि, नीतीश ने किसी का नाम नहीं लिया। योगी ने अपने भाषण वाले वीडियो को ट्विटर पर डाला था तो नीतीश कुमार ने भी अपने इस भाषण को ट्विटर पर डाला। उस वीडियो में नीतीश ग़ुस्से में दिख रहे हैं। हाल ही में नीतीश कुमार ने जाति की आबादी के आधार पर आरक्षण की वकालत की थी। माना जाता है कि इससे बीजेपी को नुक़सान हो सकता है क्योंकि बीजेपी के कोर वोटर सवर्ण हैं और नीतीश के इस आरक्षण की बात से बीजेपी को नुक़सान हो सकता है। ऐसा इसलिए कि बीजेपी और जेडीयू गठबंधन में हैं।