सीबीआई के सहारे लालू प्रसाद यादव को राजनैतिक रूप से पंगु बनाये रखने की बीजेपी की नीति की बात लंबे अरसे से कही जाती रही है।

क्या नीतीश और तेजस्वी के बीच बढ़ती नजदीकी से बीजेपी को किसी तरह का डर है? क्या लालू यादव के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई को इससे जोड़कर देखा जा सकता है?
शुक्रवार को जब लालू-राबड़ी के आवासों और उनसे जुड़े लोगों और जगहों पर सीबीआई की छापेमारी की खबर आयी तो हाल की वैसी सभी बातें चर्चा में आ गयीं जिनसे सीधे तौर पर बिहार में बीजेपी नेतृत्व को परेशानी हो रही थी।
लालू प्रसाद का लंबे समय तक जेल में रहना अगर बिहार में किसी राजनैतिक दल के लिए सबसे लाभकारी रहा है तो वह निश्चित रूप से बीजेपी के लिए रहा है।