पटना के चीफ़ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और राष्ट्रीय जनता दल की राज्यसभा सदस्य मीसा भारती के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने का आदेश दिया है।
'जनसत्ता' ने यह ख़बर दी है। इस अख़बार के मुताबिक़, चीफ़ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट विजय किशोर सिंह ने पटना कोतवाली में इन दोनों के अलावा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, प्रवक्ता राजेश राठौर और सदानंद सिंह के बेटे शुभानंद के ख़िलाफ़ भी मामला दर्ज करने को कहा है।
कांग्रेस नेता संजीव सिंह ने इन सबके ख़िलाफ़ एक शिकायत दर्ज कराई है और आरोप लगाया है कि मीसा भारती और राजद नेता तेजस्वी यादव ने 2019 के लोकसभा चुनाव में टिकट देने के लिए उनसे पाँच करोड़ रुपए लिए, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया।
'जनसत्ता' के अनुसार, संजीव सिंह का आरोप है कि राजद नेताओं ने इसके बाद विधानसभा चुनाव 2020 में उन्हें गोपालपुर और उनके भाई को रुपौली से टिकट देने का आश्वासन दिया, पर उन्हें उस समय भी टिकत नहीं मिला।
संजीव सिंह ने 18 अगस्त को ही शिकायत दर्ज कराई थी। अदालत ने 30 अगस्त को सुनवाई पूरी कर ली थी।
तेजस्वी यादव बिहार विपक्ष की मुख्य आवाज़ समझे जाते हैं। वे बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे।
मीसा भारती राज्यसभा सदस्य हैं, तेजस्वी यादव की बड़ी बहन हैं। भाई-बहन में पार्टी में वर्चस्व की लड़ाई है, जिस वजह से दोनों में नहीं पटती है। लेकिन इस मामले में दोनों का ही नाम आया है।
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