4 मई 2023 को जब पटना हाईकोर्ट ने बिहार सरकार द्वारा कराई जा रही जातीय गणना पर अंतरिम रोक लगाई थी तो भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की कटु आलोचना की थी। एक ओर भारतीय जनता पार्टी के कई सवर्ण नेता इस गणना का यह कहकर विरोध कर रहे थे कि इससे जातीय विद्वेष फैलेगा तो दूसरी ओर उसके ही कई नेता कोर्ट द्वारा इस पर रोक लगाने को नीतीश कुमार सरकार की विफलता बता रहे थे।

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ध्यान रहे कि जातीय गणना पर रोक लगाने के लिए पहले सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी गई गई थी लेकिन वहां से हाई कोर्ट जाने को कहा गया था। हाई कोर्ट द्वारा इस पर अंतरिम रोक लगाए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर हुए थे। उस समय सरकार ने यह दलील दी थी कि जातीय गणना का 80% का कार्य हो चुका है लेकिन हाई कोर्ट इस बात के लिए राजी नहीं हुआ और बिहार सरकार को सुप्रीम कोर्ट से भी इस मामले में राहत नहीं मिली।