बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मियाँ तेज हो गई हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी ने राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए एक बड़ी पहल की है। कांग्रेस की 'पलायन रोको, नौकरी दो' यात्रा रविवार 16 मार्च से शुरू हो गई है। इसकी शुरुआत चंपारण के भितिहरवा गांधी आश्रम से हुई है और यात्रा को पटना तक जाना है। यह यात्रा चार सप्ताह तक चलेगी और लगभग 20 जिलों से होकर गुजरेगी, जिसका समापन 14 अप्रैल को पटना में होगा।
बिहारः कांग्रेस की 'पलायन रोको, नौकरी दो' यात्रा शुरू, कुछ हासिल होगा?
- बिहार
- |
- सत्य ब्यूरो
- |
- 16 Mar, 2025
2025 के विधानसभा चुनावों से पहले बिहार में कांग्रेस की 'पलायन रोको, नौकरी दो' यात्रा शुरू हो गई है। चंपारण से शुरू हुई यात्रा पटना में खत्म होगी। कन्हैया कुमार के नेतृत्व में, महीने भर चलने वाले इस अभियान का मकसद पार्टी की स्थिति को मजबूत करना है। लेकिन चुनाव में इसका क्या कुछ फायदा मिलेगा, जानिएः

इस यात्रा का नेतृत्व कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार कर रहे हैं, जिन्हें पार्टी हाईकमान ने बिहार में जनता के बीच मुद्दों को उठाने की जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस का कहना है कि बिहार में सत्तारूढ़ बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की सरकार ने बेरोजगारी और पलायन जैसे प्रमुख मुद्दों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिसके कारण राज्य के युवाओं को रोजगार के लिए अन्य राज्यों का रुख करना पड़ रहा है। पार्टी इस यात्रा के जरिए इन मुद्दों को जोर-शोर से उठाने और युवाओं को न्याय दिलाने का वादा कर रही है।