“जब तक दवाई नहीं, दब तक ढिलाई नहीं।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 अक्टूबर को राष्ट्र के नाम संबोधन में यह बात दोहरायी थी। मोबाइल पर अमिताभ बच्चन की आवाज़ में यह सलाह, एहतियात हर बार फोन कॉल करते समय सुनने को मिल जाती है। मगर, बीजेपी ने कोरोना की दवाई को चुनाव की लड़ाई से जोड़कर मानो कोरोना भगाने के पूरे मक़सद की पवित्रता को ही भंग कर दिया है।