बाबरी मसजिद ढहाए जाने के बाद बने अस्थायी मंदिर में पिछले 27 साल से राम लला की पूजा अर्चना करने वाले प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के चेहरे पर चिंता और परेशानी की लकीरें साफ़ देखी जा सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या की विवादित ज़मीन राम लला विराजमान को देने का फ़ैसला सुना दिया है, जिससे सत्येंद्र दास बेहद खुश हैं। लेकिन इससे उनकी चिंता भी बढ़ी है, क्योंकि उन्हें आशंका है कि उन्हें अपने पद से हाथ धोना पड़ सकता है।
राम लला के मुख्य पुजारी ने किया था विहिप का विरोध, नए मंदिर में नहीं मिलेगी जगह?
- अयोध्या विवाद
- |
- |
- 12 Nov, 2019

राम लला विराजमान के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की विश्व हिन्दू परिषद से कभी नहीं पटी। उनकी गवाही पर ही तत्कालीन विहिप प्रमुख अशोक सिंघल को गिरफ़्तार कर लिया गया था। अब नए मंदिर में उन्हें जगह मिलेगी?