रिपब्लिक भारत न्यूज़ चैनल ने 1990 में अयोध्या में हुए गोलीकांड पर तथाकथित स्टिंग ऑपरेशन कर एक बिलकुल झूठी ख़बर से सिर्फ़ सनसनी फ़ैलाने की कोशिश है। हम आपको गोलीकांड के बाद फ़्रंटलाइन पत्रिका में 24 मई, 1991 को छपी रिपोर्ट के जरिये बता रहे हैं कि चैनल का स्टिंग ऑपरेशन आख़िर क्यों झूठा है। अर्नब गोस्वामी ने 28 साल पहले खारिज किए जा चुके झूठ को डिजिटल तकनीक पर नए सिरे से पुनर्जीवित करके रिपब्लिक भारत चैनल को जमाने का प्रयास किया है और ऐसा करना बेहद शर्मनाक है। ऐसा तब किया गया है कि जब इस झूठ की धज्जियाँ उड़ाने के सारे तथ्य मौजूद हैं।
अयोध्या गोलीकांड, फ़्रंटलाइन की रिपोर्ट - जब मुर्दे वापस लौटे
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- 3 Feb, 2019

अर्नब गोस्वामी ने 28 साल पहले खारिज किए जा चुके झूठ को नए सिरे से पुनर्जीवित करके रिपब्लिक भारत चैनल को जमाने का प्रयास किया है और ऐसा करना बेहद शर्मनाक है।