कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा गुरुवार को असम पहुंच गई है। यात्रा के पांचवे दिन राहुल गांधी ने असम में बीजेपी -आरएसएस और असम सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस देश में नफरत फैला रहे हैं और एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाते हैं। इनका लक्ष्य जनता को लड़ाकर, उनका धन लूटने का है।
राहुल गांधी ने कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' के बाद हमने 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को मणिपुर से शुरू किया है। इस यात्रा का लक्ष्य हिंदुस्तान की जनता को एकजुट करना है, क्योंकि बीजेपी-आरएसएस पूरे देश में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्तर पर अन्याय कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का लक्ष्य हर धर्म और जाति के लोगों को एकजुट करने के साथ इस अन्याय के खिलाफ लड़ना है।
असम पहुंचे राहुल गांधी ने राज्य सरकार पर भी हमले किए, उन्होंने आरोप लगाया कि असम में देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है। राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा देश में नफरत फैलाने के साथ ही जनता का पैसा लूट रही है। हम इस यात्रा के माध्य्म से असम के मुद्दे उठाएंगे।
पिछले साल कन्याकुमारी से कश्मीर तक हमने 'भारत जोड़ो यात्रा' की। भारत जोड़ो यात्रा ने हिंदुस्तान के राजनीतिक परिदृश्य को बदल दिया।
राहुल गांधी ने कहा कि, मणिपुर में सिविल-वॉर जैसा माहौल बना हुआ है, लेकिन प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए। 9 साल पहले नागालैंड में पीएम मोदी ने जो वादा किया था, उसे अभी तक पूरा नहीं किया गया।
असम पहुंचे राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि, भारत जोड़ो न्याय यात्रा', शंकर देव जी की विचारधारा की यात्रा है। जो असम का इतिहास है, हम उसे फिर से दोहरा रहे हैं।
शंकर देव जी ने सबको रास्ता दिखाया, लोगों को जोड़ने का काम किया और अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। उसी रास्ते पर 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' चल रही है।
जयराम रमेश ने कहा, हम 7 दिन असम में रहेंगे
गुरुवार को राहुल गांधी की इस यात्रा के असम पहुंचने पर इसमें शामिल कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक प्रेस वार्ता में मीडिया से कहा कि हम असम में 7 दिन रहेंगे। असम की बीजेपी सरकार यह कोशिश कर रही है कि 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' सफल न हो, जिसके लिए कई बाधाएं हमारे सामने खड़ी कर दी गई हैं।
लेकिन हमें पूरा विश्वास है कि असम के युवा, महिलाएं और सभी वर्ग के लोग 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' का संदेश सुनेंगे और साथ देंगे।
वहीं इस मौके पर असम कांग्रेस प्रभारी जितेंद्र सिंह ने कहा कि 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' कोई राजनीतिक यात्रा नहीं है, यह न्याय दिलाने की यात्रा है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान लोगों ने हमें कहा कि राहुल गांधी जी की एक यात्रा नार्थ ईस्ट से भी होनी चाहिए।
असम कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोराह ने कहा कि घर में आने वाले हर मेहमान को सम्मान देना- असम की परंपरा रही है, जिसे आज प्रदेश के मुख्यमंत्री ने खत्म करने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा किआज हम सभी ने देखा कि कैसे बीजेपी की मीटिंग में आई महिलाओं ने राहुल जी का स्वागत किया और उनसे मुलाकात की है। असम की जनता को पता है कि हिमंत बिस्वा सरमा जनप्रिय सीएम नहीं है और आज जोरहाट की जनता ने उन्हें आईना दिखा दिया।
नागालैंड में भी राहुल ने किया था भाजपा पर हमला
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा इससे पहले नागालैंड में थी। वहां 16 जनवरी को भी उन्होंने भाजपा-आरएसएस पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि 22 जनवरी का कार्यक्रम एक राजनीतिक कार्यक्रम बन गया है। उनका इशारा अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर था।
उन्होंने कहा था कि हिंदू धर्म के जो लीडर-ऑथारिटी हैं, उन्होंने कहा है कि वो इस राजनीतिक कार्यक्रम में नहीं जा पाएंगे। आरएसएस-भाजपा ने 22 जनवरी के कार्यक्रम को चुनावी कलेवर दे दिया है, इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष जी ने वहां जाने से इंकार किया था।
राहुल गांधी ने नागालैंड में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि, जहां तक धर्म की बात है, हम सभी धर्मों के साथ हैं। हम ये कहना चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी से जो भी जाना चाहे, वो जा सकता है।
जो सचमुच धर्म को मानते हैं, वो धर्म के साथ 'पर्सनल रिश्ता' रखते हैं। वे अपने जीवन में धर्म का प्रयोग करते हैं। जो धर्म के साथ 'पब्लिक रिश्ता' रखते हैं, वो धर्म का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं।
राहुल गांधी ने कहा था कि मैं अपने धर्म का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करता हूं। मैं अपने धर्म के सिद्धांतों पर जिंदगी जीने की कोशिश करता हूं। इसलिए मैं लोगों की इज्जत करता हूं. अहंकार से नहीं बोलता, नफरता नहीं फैलाता। ये मेरे लिए हिंदू धर्म है।
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