वर्षों से चल रहे सीमा विवाद के कारण असम और मिज़ोरम के लोगों के बीच एक बार फिर हिंसक झड़प हुई है। इसमें कई लोग घायल हो गए हैं। यह झड़प असम के लैलापुर इलाक़े के कचर जिले में हुई है।
इंडिया टुडे के मुताबिक़, उपद्रवियों ने इस दौरान कई घरों में आग लगा दी। हालात को देखते हुए दोनों राज्यों की सीमा पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है और हालात के क़ाबू में होने का दावा किया गया है। यह झड़प शनिवार शाम को हुई। हालात को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव अजय कुमार भल्ला ने दोनों राज्यों के अफ़सरों की बैठक बुलाई है।
इंडिया टुडे के मुताबिक़, ताज़ा झड़प एक झोपड़ी को तोड़ने को लेकर हुई, यह झोपड़ी असम में सीमा पर स्थित सहाईपुई गांव में है। इस झोपड़ी को सीमा की रक्षा करने वाले स्थानीय लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता था। यह गांव वैरेंगते गांव से 3 किमी. दूर है, जो कि मिज़ोरम में पड़ता है।
झोपड़ी को तोड़ने के बाद थोड़ी ही देर में असम के लोग बड़ी संख्या में वहां हथियारों के साथ जमा हो गए और उन्होंने एक ऑटो रिक्शा स्टैंड में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसके जवाब में वैरेंगते गांव के लोगों ने भी असम के लैलापुर इलाक़े में बनी बांस की 20 झोपड़ियों में आग लगा दी।
घटना को लेकर असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने रविवार को प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय को सूचना दी और मिज़ोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरामथंगा से भी बात की।
ज़ोरामथंगा ने भी केंद्र को हालात की जानकारी दी और सोनोवाल को भरोसा दिलाया कि इलाक़े में शांति बनाई रखी जाएगी। इसे लेकर रविवार को मिज़ोरम में कैबिनेट की आपात बैठक भी बुलाई गई और इसमें विवाद के लिए असम सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया।
मिज़ोरम की असम के साथ 164.6 किमी लंबी सीमा लगती है। 1995 से ही इस विवाद को सुलझाने के लिए कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला है और सीमा को लेकर दोनों राज्यों के बीच में तनाव बना रहता है। पहले भी इस तरह की झड़पें होती रही हैं।
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