पटना और मुंबई के बीच जमीनी दूरी भले ही पौने दो हजार किलोमीटर की हो, महाराष्ट्र की राजनीति एक तरह से बिहार की राजनीति की उतार लग रही है। कितनी अजीब बात है कि जिस मुख्यमंत्री पद को शिवसेना को न देने की नीति के कारण बीजेपी को महाराष्ट्र में सत्ता से बाहर होना पड़ा, अब उसी पद के कथित त्याग को तैयार हो गयी और इसके साथ वह सत्ता में भी शामिल हो गयी।

नीतीश कुमार 45 विधायकों के साथ बिहार के मुख्यमंत्री बने हुए हैं और एकनाथ शिंदे के भी दावों के अनुसार 40-50 विधायकों के साथ मुख्यमंत्री बन गए हैं। दोनों जगह बीजेपी गठबंधन में है। तो क्या दोनों नेता एक जैसे हैं?
विडंबना यह भी है कि 2014 से 2019 के बीच जब देवेन्द्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने उप मुख्यमंत्री पद का विरोध किया था और आज वे पूर्व मुख्यमंत्री रहते हुए उप मुख्यमंत्री बनने को राजी हो गये जबकि उनके समर्थक यह बात फैलाने में कामयाब हो गये थे कि वे तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।