पटना और मुंबई के बीच जमीनी दूरी भले ही पौने दो हजार किलोमीटर की हो, महाराष्ट्र की राजनीति एक तरह से बिहार की राजनीति की उतार लग रही है। कितनी अजीब बात है कि जिस मुख्यमंत्री पद को शिवसेना को न देने की नीति के कारण बीजेपी को महाराष्ट्र में सत्ता से बाहर होना पड़ा, अब उसी पद के कथित त्याग को तैयार हो गयी और इसके साथ वह सत्ता में भी शामिल हो गयी।