भारत की जनता को बधाई कि उसे बुलेट ट्रेन के बदले में जो तेज रफ्तार रेल मिली है, उसमें बैठने से पहले हर रेल यात्री को कम से कम एक-दो बार तो ' नमो' नमो' कहना ही पडेगा। टिकट खरीदते समय, टिकट रद्द करते समय। घर वालों को भी बताते समय नमो-नमो करना जरूरी भी है और मजबूरी भी। जीते जी अमरत्व पाने की ये बीमारी कांग्रेस के नेताओं से होती हुई अब माननीय प्रधानमंत्री मोदी तक आ पहुंची है ।
राजनीति की रेल, हालाँकि डबल इंजन फेल
- विश्लेषण
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- 29 Mar, 2025
कई देशों में बुलेट ट्रेन चल रही है। भारत को बुलेट ट्रेन नहीं मिली लेकिन नमो भारत ट्रेन जरूर मिल गई है। चीन और जापान में किसी भी बुलेट ट्रेन का नाम वहां के जिन्दा या मुर्दा नेताओं के नाम पर नहीं है। चमचत्व और चरण वंदना में भारतीय रेल मंत्रालय जब नया कीर्तिमान बना रहा है तो उस राकेश अचल चर्चा न करें, कैसे हो सकता है। पढ़िए, उनकी ताजातरीन टिप्पणीः
