यूपी के मुरादाबाद की एक पॉश सोसाइटी में फ्लैट मालिकों ने प्रदर्शन किया. उनका ऐतराज था कि एक हिन्दू फ्लैट मालिक डॉक्टर ने अपना मकान किसी महिला मुसलमान डॉक्टर को बेंच दिया. तर्क था कि मुसलमान के आने से “सामाजिक सद्भाव” बिगड़ जाएगा और सांख्यिकी बदलाव शुरू होगा क्योंकि बाकि पड़ोस के हिन्दू भी अपना मकान बेंच कर चले जायेंगें. उन्होंने प्रशासन से रजिस्ट्री रद करने की मांग की है. इस सोसाइटी में करीब 450 फ्लैट्स हैं जिसमें एक भी मुसलमान का नहीं. प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उन्हें “किसी संप्रदाय से विरोध नहीं” है लेकिन वे चाहते हैं कि यह “सिस्टम” न बदला जाये. उधर डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने कहा है कि वह इस स्थिति को “बगैर सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़े” हल करने का प्रयास कर रहे हैं. उनके कथन का मतलब है अगर हिन्दू बेजा मांग करे मुसलमानों के खिलाफ तो इसे “सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ना” माना जाएगा और प्रशासन देखेगा कि मुसलमान “हिन्दू सोसाइटी” में “घर खरीदने की साजिश के जरिये” इस “सौहार्द को न बिगाड़े”.