चुनाव के संदर्भ में मैनिफेस्टो अर्थात घोषणापत्र, किसी राजनैतिक दल का वह लिखित दस्तावेज है जिसमें दल की नीयत, उद्देश्य और विचार समाहित किए जाते हैं। घोषणा पत्र के माध्यम से सभी दल अपने विजन को जनता के सामने रखते हैं, घोषणापत्र की भाषा राजनैतिक दल के मूल्यों की भी परिचायक होती है।
लोगों के लिए फायदेमंद क्या- ‘मोदी की गारंटी’ या कांग्रेस का ‘न्याय-पत्र’?
- विश्लेषण
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- 19 Apr, 2024

बीजेपी ने 'मोदी की गारंटी' के नाम से घोषणापत्र जारी किया है तो कांग्रेस ने न्याय पत्र के नाम से। आख़िर दोनों में से कौन आम लोगों के हित में बात करता है? कौन से दावे के खोखले होने की संभावना है और किसके वास्तविक लगते हैं?
हाल ही में सत्तारूढ़ दल, भारतीय जनता पार्टी ने अपना घोषणापत्र जारी किया। घोषणा पत्र का नाम ‘संकल्प-पत्र’ रखा गया है। इससे पहले मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी अपना घोषणा पत्र जारी किया था। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र का नाम ‘न्याय-पत्र’ रखा है। दोनों दलों की अप्रोच (उपागम) बिल्कुल अलग है। जहां बीजेपी द्वारा रखा गया नाम ‘संकल्प पत्र’ आत्मकेंद्रित और संकुचित दृष्टिकोण से ग्रसित नजर आता है तो दूसरी तरफ़ कांग्रेस का ‘न्याय पत्र’ अपने नाम से ही समाज की ओर उन्मुख दिखता है। संकल्प पत्र की प्रतिबद्धता स्वयं पर ज्यादा भरोसे की ओर संकेत देती है जबकि न्याय पत्र स्वयं से आगे निकल कर समाज में पनप रहे अन्याय की ओर ध्यान आकर्षित करता है।