लोकतंत्र में चुनाव बहुत बड़ी चीज है। और अगर मामला चुनाव में नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी के मुख्य भूमिका में होने का हो तब चुनाव और भी बड़ी चीज बन जाती है। इसे देखना-समझना हो तो मौजूदा दो विधान सभाओं, महाराष्ट्र और झारखंड ही नहीं देश भर में हो रहे उपचुनावों को भी देखना चाहिए। कायदे से उप चुनावों का ज्यादा मतलब नहीं होता और कहीं सहानुभूति तो कहीं उम्मीदवार के दम के आधार पर निर्णय हो जाता है। लेकिन इस बार जो उप चुनाव उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान में हो रहे हैं उनमें भाजपा (और विपक्ष ने भी) ने सारा जोर लगाया है।